ये हवा चल मेरे साथ
मुझको खुद में मिला दे
तोडकर सरहदों को
सारी दुनिया घुमा दे
ये रंग जो बेरंग हो
मुझको वो रंग दे
बाट सके ना कोई
वेसे रंग में मिला दे
ये पंछी सुन ये बात
वो चैन मुझे दिला दे
उड जाऊ वो आसमां
वैसी आझादी दिला दे
- योगेश खजानदार
कथा, कविता, लेख, चारोळ्या आणि बरंच काही !!
ये हवा चल मेरे साथ
मुझको खुद में मिला दे
तोडकर सरहदों को
सारी दुनिया घुमा दे
ये रंग जो बेरंग हो
मुझको वो रंग दे
बाट सके ना कोई
वेसे रंग में मिला दे
ये पंछी सुन ये बात
वो चैन मुझे दिला दे
उड जाऊ वो आसमां
वैसी आझादी दिला दे
- योगेश खजानदार
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